सोलर और नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
हम नवाचार और पर्यावरण के प्रति समर्पण के धारावाहिक हैं। पहल की जाने वाली परियोजनाओं से शुरू होकर उद्योग के मानकों को स्थापित करने तक, हमारा सफर एक हरित, उज्ज्वल भविष्य के प्रति समर्पित रहा है।
- ऊर्जावानता, प्रौद्योगिकी, समर्थता, अभियांत्रिकी
- सजीवता, नवाचार, विशेषज्ञता, गुणवत्ता
- प्रगति, स्वाभिमान, विश्वास, उत्कृष्टता
इस योजना से बिजली और डीजल से चलने वाले पम्पों को सोर ऊर्जा से चलने वाले पम्पों में बदला जाएगा। सोलर पैनल से पैदा होने वाली बिजली का उपयोग सबसे पहले सिंचाई के क्षेत्र में होगा। इसके बाद इसे अधिशेष वितरण कंपनी को बेचा जा सकता है और यह 25 वर्षों तक इनकम देगी। सौर ऊर्जा के उपयोग से बिजली और डीजल की लगत भी कम होगी और प्रदूषण में भी सुधार होगा। ये 25 साल तक चल सकते हैं और इनका रखरखाव भी आसान होता है। इससे जमीन का मालिक हर साल 1 लाख तक का प्रॉफिट बना सकता है
आवेदन करेंकिसानों को दिए जाने वाली सुविधा
किसान उदय योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को नि:शुल्क सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे। इस योजना का लाभ राज्य के सभी किसानो को दिया जाएगा।
प्रशिक्षण किसान
इस योजना के अंतर्गत प्रौद्योगिकी, विज्ञान, व्यवसाय प्रबंधन में तेजी से बढ़ते विकास के बारे में जागरूक रहने के लिए किसानों को चल रही शिक्षा की आवश्यकता है।
कौशल विकास
इस योजना से कृषि में बिजली और डीजल की लगत भी कम होगी, जिसमें मृत्यु दर और गंभीर चोटों की उच्च दर है, भारत में सबसे खतरनाक व्यवसायों में से एक है।
कृषि उत्पाद
इस योजना के अंतर्गत तकनीकी प्रगति ने आधुनिक खेतों और कृषि कार्यों के काम करने के तरीके को बदल दिया है, मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी में प्रगति के कारण
जैविक खेती
इस योजना के अंतर्गत किसान जैविक खाद्य और संसाधक पर्यावरण को संरक्षित करने वाली कृषि विधियों का उपयोग करते हैं।
जागरूकता पैदा करना
इस योजना के अंतर्गत कृषि अक्सर जल और भूमि संसाधनों सहित पर्यावरण पर महत्वपूर्ण दबाव डालती है। सतत कृषि पद्धतियों को इन संसाधनों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है।
परिवार कल्याण
किसान उदय योजना के अंतर्गत भारत में अधिकांश खेत छोटे हैं, जिनमें सकल नकद फार्म कम आय वाला है। इसलिए, भुगतान प्रणाली का होना बहुत उपयोगी है जिसे किसान और परिवार स्वीकार कर सकते हैं।
इस योजना से किसानो को निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाएंगे।
यह जैविक संसाधनों को घरों और व्यवसायों को सतत ऊर्जा से शक्ति प्रदान करते हुए, एक सोलर पैनल एक समय में। नए, स्वच्छ भविष्य के लिए छतों को नवीनीकरणीय ऊर्जा के केंद्र में परिवर्तित करते हुए।
- किसान उदय योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को नि:शुल्क सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना का लाभ राज्य के सभी किसानो को दिया जाएगा।
- किसान उदय योजना के लिए सरकार द्वारा 70 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से लगभग राज्य के 10 अख किसानो को सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना का लाभ लेने के बाद किसानो के बिजली बिल मे 35% तक की कमी आ सकती है, जो उनके लिए काफी खुशी की बात होगी।
- इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले सोलर पंप की पावर 5 से 7.5 घंटे तक हो सकती है।
- किसानो को सोलर पंप पर 5 साल की वारंटी भी दी जाएगी।
- इसके बाद किसानो को सिंचाई के लिए वर्षा पर निर्भर नही रहना पड़ेगा।
इस योजना मे प्रदान किए जाने वाले पंप की सहायता से बिजली मे बहुत बचत होगी किसान उदय योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 70 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। किसानो को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए किसान उदय योजना की शुरुवात की गई है इस योजना के मध्यम से सभी किसानो को नि:शुल्क सोलर पंप दिये जाएंगे जिससे उन्हे बिजली बिल से छुटकारा मिलेगा।
किसान उदय योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करें !
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई कुसुम योजना कृषकों के बीच सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम है। यह “किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान” का संक्षिप्त रूप है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य कृषकों को उनके कृषि भूमि पर सोलर पंप, सोलर पैनल, और अन्य नवीनीकरण ऊर्जा पर आधारित परियोजनाओं की स्थापना में सहायता प्रदान करना है। इसका लक्ष्य कृषि और अन्य कृषि गतिविधियों के लिए कृषकों को एक दृढ़ और सतत ऊर्जा स्रोत प्रदान करके उनकी आय को बढ़ाना है, साथ ही देश के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान करके कार्बन उत्सर्जन को कम करना है।कुसुम योजना से एक स्थायी और लगातार आमदनी का स्रोत खुलेगा। ऐसा अनुमान है कि यदि किसान द्वारा लीज पर दी गई भूमि पर डेवलपर/सीपीएसयू द्वारा संयंत्र स्थापित किया जाएगा तो किसानों को प्रति वर्ष प्रति एकड़ 25,000 रु. तक की आमदनी होगी और यदि वे बैंक से ऋण लेकर स्वयं संयंत्र लगाते हैं तो प्रति वर्ष प्रति एकड़ 65,000 रु. तक की आमदनी होगी।